मुआफिक है ये खामोशियां अब मुझसे, तू कह के यूं बात बिगाड़ा न कर... मुआफिक है ये खामोशियां अब मुझसे, तू कह के यूं बात बिगाड़ा न कर...
इसी बहाने इन तरसती राहों को भी तुम्हारा दीदार मिल जायेगा इसी बहाने इन तरसती राहों को भी तुम्हारा दीदार मिल जायेगा