पर आप घर की चौखट से बाहर हरगिज़ कदम मत रखना पर आप घर की चौखट से बाहर हरगिज़ कदम मत रखना
हरेक मोड़ पर हम गमों को सजा दे चलो जिंदगी को ही मुहब्बत बना दे हरेक मोड़ पर हम गमों को सजा दे चलो जिंदगी को ही मुहब्बत बना दे