रसिक मन मेरा तेरी सुंदरता का क्या करे बखान... तुम कामिनी हो, तुम स्वामिनी हो, तुम नंदिनी हो... कंचन ... रसिक मन मेरा तेरी सुंदरता का क्या करे बखान... तुम कामिनी हो, तुम स्वामिनी हो, तु...
कभी नंदिनी, कभी सहचरी बन हर कर्तव्य को मैंने निभाया। कभी नंदिनी, कभी सहचरी बन हर कर्तव्य को मैंने निभाया।