खुशी की दीप जलाओ मेरे नंदलाल आए हैं मेरे गोपाल आए हैं। खुशी की दीप जलाओ मेरे नंदलाल आए हैं मेरे गोपाल आए हैं।
कमल खिले हैं ताल, उठो अब, भोर भयो नंदलाल, उठो अब। कमल खिले हैं ताल, उठो अब, भोर भयो नंदलाल, उठो अब।
मारे पिचकारी उड़ावत गुलाल बिरज में होली खेलत नंदलाल.... मारे पिचकारी उड़ावत गुलाल बिरज में होली खेलत नंदलाल....