कुछ तो पढ़ कर भूल गये, कुछ अजनबी सी तलाश में जुट गये, कुछ शर्म के मारे डूब गये और कुछ आईने ... कुछ तो पढ़ कर भूल गये, कुछ अजनबी सी तलाश में जुट गये, कुछ शर्म के मारे डूब ...
भारत के अंतस में बसता सबूत धर्मनिरपेक्षता है। भारत के अंतस में बसता सबूत धर्मनिरपेक्षता है।
वो बेचारा आधी रात को सब छोड़ छाड़ के आया है। वो बेचारा आधी रात को सब छोड़ छाड़ के आया है।