जीत हार की न फिक्र कीजिए विश्वास की ज्योति को सदा प्रज्वलित रखिये, जीत हार की न फिक्र कीजिए विश्वास की ज्योति को सदा प्रज्वलित रखिये,
तुझे पता ही ना चला ज़िन्दगी में दौड़ते दौड़ते तू कब ज़िन्दगी से ही दूर होती चली गई। तुझे पता ही ना चला ज़िन्दगी में दौड़ते दौड़ते तू कब ज़िन्दगी से ही दूर होती ...