भटका भाई दर बदर, भरने मटका पूर्ण, मटके में अटका रहा, उड़ने वाला चूर्ण। उड़ने वाला चूर् भटका भाई दर बदर, भरने मटका पूर्ण, मटके में अटका रहा, उड़ने वाला चूर्ण। उड़ने...
वक्त के हाथों खुद को क्या सौंपा, वक्त से बन गया हूं वक्त जैसा इंसान। वक्त है कि री वक्त के हाथों खुद को क्या सौंपा, वक्त से बन गया हूं वक्त जैसा इंसान। व...
योजनाएँ बनाने से पहले कोई जाकर देखे हालात, प्रशासन अपनी आँखें खोले फिर दें कुछ अच्छ योजनाएँ बनाने से पहले कोई जाकर देखे हालात, प्रशासन अपनी आँखें खोले फिर ...
डरना ज़रूरी है! डरना ज़रूरी है!
कोई देता नही हमे क्यों सदा? साथ दे कौन जब घनी रात हो! कोई देता नही हमे क्यों सदा? साथ दे कौन जब घनी रात हो!
क्योंकि मैं हिंदुस्तान हूं। हां, मैं इंसान हूं हां मैं इंसान हूं। क्योंकि मैं हिंदुस्तान हूं। हां, मैं इंसान हूं हां मैं इंसान हूं।