रात भर कमरे के भीतर-भीतर, अंधेरों को खाली करता गया, आसमान के जैसे ही वो, अमावस का। . रात भर कमरे के भीतर-भीतर, अंधेरों को खाली करता गया, आसमान के जैसे ही वो, ...
यादों में महकती है पहली बात की खुशबू जुदा होकर भी जो कायम है वो तिलिस्म तेरा है यादों में महकती है पहली बात की खुशबू जुदा होकर भी जो कायम है वो तिलिस्...
उम्र के दूसरे पड़ाव में याद आती यादें उम्र के दूसरे पड़ाव में याद आती यादें
पता नहीं अब आनेवाली किसकी बारी किसकी सवारी में कौन जनाजे के बगैर जाते। पता नहीं अब आनेवाली किसकी बारी किसकी सवारी में कौन जनाजे के बगैर जाते।