ज़िन्दगी कुल मिलाकर सिर्फ सिक्कों की एक पोटली है न जाने कब खर्च हो जातें हैं राहों में चलते चलते ज़िन्दगी कुल मिलाकर सिर्फ सिक्कों की एक पोटली है न जाने कब खर्च हो जातें हैं र...
मन करता है तस्वीर हमें अंदर वापिस ले ले और हम वापिस चले जायें बचपन के भोले पन के आंगन मन करता है तस्वीर हमें अंदर वापिस ले ले और हम वापिस चले जायें बचपन के भोले पन...