दिल शाम यादें आसमान समंदर जालिम सूरज कृष्ण चाॅंद हिन्दीकविता wordssocial दिल रोता है जार जार तन्हाईयां और हम याद कहीं गुम है दर्द ए दिल टूटा हूं कई बार hindokavita

Hindi तन्हाईयां Poems