माँ है तो घर घर है माँ नही जिस घर मेें घरोंदा मात्र है वो मिट्टी का। माँ है तो घर घर है माँ नही जिस घर मेें घरोंदा मात्र है वो मिट्टी का।
पहाड़ से पत्थर का टीला बन गया कितना रोया-छटपटाया मैं मेरे आंसुओं से बह निकली नदियाँ पहाड़ से पत्थर का टीला बन गया कितना रोया-छटपटाया मैं मेरे आंसुओं से बह नि...