गर जलो तो जलो, टिमटिमाकर जलो। गर जलो तो जलो, टिमटिमाकर जलो।
कभी तुम्हारे द्वारा खींचे गए हाशिये के बाहर कभी घर के किसी पात्र में भरी रही। कभी तुम्हारे द्वारा खींचे गए हाशिये के बाहर कभी घर के किसी पात्र में भरी रही।
सूरज की तपिश, सितारों का टिमटिमाना, सब अद्भुत! सूरज की तपिश, सितारों का टिमटिमाना, सब अद्भुत!