उस बचपन को पढ़ाना और लिखाना है ! उस बचपन को पढ़ाना और लिखाना है !
हमारी झोली में ज्यादा कुछ नसीब कहां हुआ है हमारी झोली में ज्यादा कुछ नसीब कहां हुआ है