पहले नजाकत भरा स्वर मेरा फिर रोज़ तुमसे ही प्रेम होता है पहले नजाकत भरा स्वर मेरा फिर रोज़ तुमसे ही प्रेम होता है
सावन ने आज देखो क्या खूब झड़ी लगाई। सावन ने आज देखो क्या खूब झड़ी लगाई।