मगर उसे जलील कर मैं और जलील होता हूं। मगर उसे जलील कर मैं और जलील होता हूं।
बचने की कोई गुंजाइश ना थी बेबस थे बड़े। मेरे अल्फ़ाज़ ही मेरे खिलाफ जब दलील हो गए बचने की कोई गुंजाइश ना थी बेबस थे बड़े। मेरे अल्फ़ाज़ ही मेरे खिलाफ जब दलील हो ग...
एक वकील की कहानी... कैसे काम करते है... सच के साथ या सच का चोला ओढके अंदर कुछ और ही होता है...? चलो ... एक वकील की कहानी... कैसे काम करते है... सच के साथ या सच का चोला ओढके अंदर कुछ और...