हम ही बनेंगे इसके रक्षक ये संकल्प लेना होगा। हम ही बनेंगे इसके रक्षक ये संकल्प लेना होगा।
क्यूँकि हर वक़त, हर जगह वो साथ मेरे चलता है। क्यूँकि हर वक़त, हर जगह वो साथ मेरे चलता है।
ज़र्रा ज़र्रा रहे उजाले में रौशनी की जवाबदारी है। ज़र्रा ज़र्रा रहे उजाले में रौशनी की जवाबदारी है।
फिर तू लायी थी मुझे इस दुनिया में और ना जाने कितना दर्द तुने सहा था एक तरफ तेरी तड़प थी और... फिर तू लायी थी मुझे इस दुनिया में और ना जाने कितना दर्द तुने सहा था एक तर...
इश्क में मेरे साथ मसरूफ वो हो ही गया इश्क में मेरे साथ मसरूफ वो हो ही गया
मृदुल भावनाएँ ख्वाबों से मिल मिल जाती हैं। मृदुल भावनाएँ ख्वाबों से मिल मिल जाती हैं।