पानी तुम्हारी नशों में दौड़ता है, सूखे में तुम हलक में आना, गीले जहर की तरह ! पानी तुम्हारी नशों में दौड़ता है, सूखे में तुम हलक में आना, गीले जह...
आज का यह सूक्ष्म सा पौधा बनेगा कल्पतरु सा कामनाएँ पूर्ण होंगी आज का यह सूक्ष्म सा पौधा बनेगा कल्पतरु सा कामनाएँ पूर्ण होंगी