जीवन तीन खंड की एक इमारत है, कल आज और कल में बँटी हुई छत है। मगर तीसरी छत के बारे में कहते, ... जीवन तीन खंड की एक इमारत है, कल आज और कल में बँटी हुई छत है। मगर तीसरी छत ...
वो है मासूम नहीं जाने ज़माने का चलन। इश्क़ में अश्क़ मिलेंगे ये बताना उसको।। वो है मासूम नहीं जाने ज़माने का चलन। इश्क़ में अश्क़ मिलेंगे ये बताना उसको।।
इस जहाँ में हैं सब देख चुके, अब नए जहाँ की तलाश है। इस जहाँ में हैं सब देख चुके, अब नए जहाँ की तलाश है।