तुम्हारी स्मृतियाँ मेरे देह पर गोदी गयी गोदान सी; तुम्हारी स्मृतियाँ उस बून्द तुम्हारी स्मृतियाँ मेरे देह पर गोदी गयी गोदान सी; तुम्हारी स्मृतियाँ...
समय की परिस्थिति का विरोध उनकी कलम अपनी जुबानी बताती है समय की परिस्थिति का विरोध उनकी कलम अपनी जुबानी बताती है