आशिकी में होश इतना भी नहीं लुटता रहा आ गया औकात पर उस शक्ल को तो देखिए। आशिकी में होश इतना भी नहीं लुटता रहा आ गया औकात पर उस शक्ल को तो देखिए।
अपने प्राणों की कहाँ फ़िकर उन्हें सैनिक छाती पे गोली खाते हैं। अपने प्राणों की कहाँ फ़िकर उन्हें सैनिक छाती पे गोली खाते हैं।