चाँद को निहारते हुए याद जो तुम्हारी आई चाँद को निहारते हुए याद जो तुम्हारी आई
पिरो देवे मनड़ै रा मोती, ऐसी है या डोर। पिरो देवे मनड़ै रा मोती, ऐसी है या डोर।
आमंत्रण आमंत्रण