भार बहुत है इसका ये सामान उतारो, मेरे सर से तुम अपना एहसान उतारो। भार बहुत है इसका ये सामान उतारो, मेरे सर से तुम अपना एहसान उतारो।
मुझको ना तुम समझो अबला, मैं दुर्गा रूपी नारी हूं। मुझको ना तुम समझो अबला, मैं दुर्गा रूपी नारी हूं।