सत्त्व से मधुरता उत्पन्न होती है यह एक सिद्ध आत्मा या निपुण की सुगंध है। सत्त्व से मधुरता उत्पन्न होती है यह एक सिद्ध आत्मा या निपुण की सुगंध है।
न दोस्त कोई, न दुश्मन कोई , राजनीति में बड़ी कुर्सी भाई है न दोस्त कोई, न दुश्मन कोई , राजनीति में बड़ी कुर्सी भाई है