प्यार भरा बंधन ये दो दिलों का हो सम्मान एक-दूजे का उम्र भर। प्यार भरा बंधन ये दो दिलों का हो सम्मान एक-दूजे का उम्र भर।
व्रत खोल लो.. लो पी लो.. पानी. व्रत खोल लो.. लो पी लो.. पानी.
खिड़की से झांकता चौथ का चाँद, हौले-हौले मुस्कुराने लगता है, कहता है ये ही तो है निश्चल प्रेम...! खिड़की से झांकता चौथ का चाँद, हौले-हौले मुस्कुराने लगता है, कहता है ये ही तो है ...