सच्चे दिल इंसान सहेंगे सच्चे दिल इंसान सहेंगे
सजग स्वयं के लिए अब भी ना हुए तो, अस्तित्वविहीन हो जाओगे। सजग स्वयं के लिए अब भी ना हुए तो, अस्तित्वविहीन हो जाओगे।
ना जाने क्यूँ रूठी हूं मैं, हर जगह से टूटी हूं मैं ! ना जाने क्यूँ रूठी हूं मैं, हर जगह से टूटी हूं मैं !