भक्ति और प्रेम ब्रजवासियों का वहाँ देखा जो सुनाया उनको भक्ति और प्रेम ब्रजवासियों का वहाँ देखा जो सुनाया उनको
जिनकी नजरों में मोहन समाये वो नजर फिर तरसती नहीं है ये तो...... जिनकी नजरों में मोहन समाये वो नजर फिर तरसती नहीं है ये तो......