नया है ज्वालामुखी-सा धधकता आंतरिक अपेक्षाओं का शोला... नया है ज्वालामुखी-सा धधकता आंतरिक अपेक्षाओं का शोला...
मृत्यु है आत्मा का नरम बिछोना मां की गोद सा, बुझती प्यास मरुस्थल सी है। .... मृत्यु है आत्मा का नरम बिछोना मां की गोद सा, बुझती प्यास मरुस्थल सी है। ....