ज़मीन के फ़साने ख़्वाबों पे बंद हैं ख़यालों का जहाँ, सुपर कूल अंध हैं । ज़मीन के फ़साने ख़्वाबों पे बंद हैं ख़यालों का जहाँ, सुपर कूल अंध हैं ।
अंधविश्वास का फैल गया ऐसा मक्कड़ जाल , बस ढोंग, पाखण्ड का हो रहा ,चारों ओर प्रसार । अंधविश्वास का फैल गया ऐसा मक्कड़ जाल , बस ढोंग, पाखण्ड का हो रहा ,चारों ओर प्र...
इस मातृभूमि की है महानता अप्रंपार, जिस में जने ईश्र्वर,साधु-संत,ऋषि-मुनी और फ़कीर ! इस मातृभूमि की है महानता अप्रंपार, जिस में जने ईश्र्वर,साधु-संत,ऋषि-मुनी और...