ज़रा इतिहास तुम रच दो
ज़रा इतिहास तुम रच दो
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“चलेंगे साथ जब मिलके,
नयी दुनियाँ बसा लेंगे !
रहेंगे प्यार से हम सब,
जमाने को दिखा देंगे,
चलेंगे साथ जब मिलके,
नयी दुनियाँ बसा लेंगे !
रहेंगे प्यार से हम सब,
जमाने को दिखा देंगे,
करें सम्मान हम सबका,
कोई भी है नहीं छोटा !
सभी सिक्के के पहलू हैं,
कोई भी है नहीं खोटा,
चलेंगे साथ जब मिलके,
नयी दुनियाँ बसा लेंगे !
रहेंगे प्यार से हम सब,
जमाने को दिखा देंगे,
करो ना भेद रंगों से,
यही सबको दिखाना है !
दिखे जब खून की लाली,
तभी सबको बताना है,
चलेंगे साथ जब मिलके,
नयी दुनियाँ बसा लेंगे !
रहेंगे प्यार से हम सब,
जमाने को दिखा देंगे,
भले हों भिन्य ही भाषा,
नहीं हम भिन्य रहते हैं !
सभी के पास ही रहके,
उसे अपना समझते हैं,
चलेंगे साथ जब मिलके,
नयी दुनियाँ बसा लेंगे !
रहेंगे प्यार से हम सब,
जमाने को दिखा देंगे,
नहीं हमको सिखाता है,
कभी आपस में लड़ने को !
सभी ये धर्म सिखलाता,
करो तुम प्यार अपने को,
चलेंगे साथ जब मिलके,
नयी दुनियाँ बसा लेंगे !
रहेंगे प्यार से हम सब,
जमाने को दिखा देंगे,
उपासक शांति के बनकर,
जगत कल्याण ही कर दो !
करे पूजा सभी सबकी,
जरा इतिहास ही रच दो,
चलेंगे साथ जब मिलके,
नयी दुनियाँ बसा लेंगे !
रहेंगे प्यार से हम सब,
जमाने को दिखा देंगे।