ज़िन्दगी के तगाजे
ज़िन्दगी के तगाजे


मैंने देखा है, चोरी तो करते सभी है
जो पकड़ा जाए बस उसी में तो कमी है ।
कोई सामान तो कोई दिल चुराता है
एक प्याज ही तो है जो खुद कटकर
दूसरो को रुला जाता है।
इस दुनिया में हैं शरीफ कई
पर हमसा चोर क्या मिलेगा कहीं ?
कहते है पैसा सब कुछ नहीं खरीद सकता
फिर भी उसके पीछे दोड़ते कोई नहीं थकता
जब तक जिंदगी है तभी तक पैसा साथ है
ज़रा ठहरिये जनाब, और देखिये
आपको यहाँ तक पहुचाने में कितनो का हाथ है
इस दुनिया में हैं अमीर कई
पर हमसा गरीब क्या मिलेगा कहीं ?
सौ तालों के पीछे जो छुपा रहे हो
क्या खाते जो इतने राज़ खपा रहे हो
नज़र उठाओगे तभी तो रास्ता दिखेगा
ये लगता है मुझे कि जब फोन हटाओगे
तभी तो ज्ञान मिलेगा
इस दुनिया में हैं सच्चे कई
पर हमसा झूठा क्या मिलेगा कहीं ?