यादें
यादें
जिंदगी मुलाकातों यादों का सफर
हसीन मुलाकात जिंदगी की नज़र
पहली मुलाकात जिंदगी की खास सौगत।।
पहली मुलाकात माँ से दुनियां जिंदगी
खास मगर याद नही वह खास पहली
मुलाकात सिर्फ याद है माँ का आँचल
संसार चरणों का संसार।।
माँ ने ही शिलशिला शुरू किया
मुलाकातों का दुनिया जिंदगी के
रिश्ते नातों से माँ ने कराई पहली
मुलाकात याद नही पिता हमारे
अभिमान।।
माँ ने ही मेरी जान पहचान आस्था
अस्तित्व कि ऊंचाई गहराई से कराई
पहली मुलाकात हम आज भी देखते
पत्थर में भाग्य भगवान ।।
याद है बापू का हाथ पकड़कर
जाना प्रथम दिवस पाठशाला
प्रथम मुलाकात जिंदगी कलम
हुनर इल्म दाता गुरु शिक्षक उस्ताद।।
याद है पाठशाला का प्रथम दिन
शिक्षक मुलाकात बाद उसके नही
भूले जिंदगी कि कोई मुलाकात।।
प्राणि नही देखता नही पहचानता
करता नही याद जिसके कारण
अस्तित्व प्राणि प्राण साम्राज्य।।
सिर्फ वही मुलाकात याद रहती
जहां हस्ती मस्ती मौजों की रवानी
कहानी बनती रफ्ता रफ्ता जिंदगी
खोखली होती।।
याद है वो पहली मुलाकात शुरू
हुई इश्क मोहब्बत जिंदगी जज्बात
गीले शिकवों का दौर ख्वाबो की
जिंदगी के हकीकत की शुरुआत।।
दिल दामन जिस्म जान वज्म वजूद
नगमा नज्म कसक कमसिन नादाँ
नाजुक ना जाने कितने अंदाज़।।
प्यार की कसमें रस्मे जिंदगी
की बात नही जन्मों जन्मों का
साथ विश्वास का प्यार खूबसूरत
जिंदगी की ना भूलने वाली मुलाकात।।
भूल गए जिन्हने जिंदगी का
वजूद दिया इल्म हुनर का रास्ता
रिश्तों का वास्ता दिया नही आते
याद माँ बाप।।
प्यार का चढ़ा पहली ही मुलाकात से
बुखार जुनून की हद ना नींद ना
भूख ना लगती प्यास सिर्फ पहली
मुलाकात की मल्लिका की अदा याद।।
