ट्रांस मैन की कहानी ...
ट्रांस मैन की कहानी ...
ना जाने किस मोड़ पर ला रही हैं जिंदगी,
तूफान भरा पड़ा है इस दिल में।
आज सुनाने चल पड़ा हूं अपनी जिंदगी की दास्तान,
एक कहानी के जरिए।
जब में छोटा बच्चा था, आंख मिचौली करता था।
इस छोटी सी उम्र में, एक प्यारी सी कहानी बुनता था।
जैसे जैसे बड़ा हुआ, अपनो ने टोकना शुरू किया।
जब जब होता उदास, अपने आप से एक सवाल किया।
क्या हूँ मैं और कौन हूँ मैं, हर बार दिल यहीं पूछता था।
एक आवाज दिल से आती थी, की तू सबसे अलग सबसे कमाल।
सबने कहा लड़की है, लड़की बनकर रहा कर।
मैनें कहा मैं कौन हूँ, यह मुझसे सवाल न कर।
एक दिन आया मेरा ख्वाब सच बनकर और मैंने उसे गले लगाया।
जब चला बताने अपनो को, अपनो ने पागल कहकर ठुकराया।
फिर छोड़ा अपनो का मोह और अपने आप को अपनाया।
बनकर आया लड़की मां के गोद में, लेकिन लड़का बनने का प्रण मैंने उठाया ।
दिया न साथ किसी ने, फिर राधे की शरण में खुद को ले आया।
शुरू हुआ सफर एक लड़की से लड़के बनने का,
कोटि कोटि धन्यवाद उस शक्ति का जिसने मेरे अंदर यह हौसला जगाया।