थोड़ी सी हिम्मत और देदे मौला
थोड़ी सी हिम्मत और देदे मौला
थोड़ी सी हिम्मत और दे दे मौला
थोड़ा सा दर्द और सह लूँ मैं
मंज़िल पे आके मेरा दम टूटे , बस इतना सा जी लूँ मैं
थोड़ी सी हिम्मत और देदे मौला
ख़्वाहिश मेरी ज़्यादा नहीं है
इस वक़्त से कुछ माँगा नहीं है
मैंने ज़िन्दगी से कुछ चाहा नहीं है
दे दूँ ख़ुशी मैं इस जहाँ में
बस इतना करम कर लूँ मैं
थोड़ी सी हिम्मत और दे दे मौला
थोड़ा सा दर्द और सह लूँ मैं
उम्मीदें मुझसे जाने क्यूँ सब है करते
उनकी उम्मीदों को पूरा कर दू मैं
हँसने की चाहत ज्यादा नहीं
बस कोने में थोड़ा रो लूँ मैं
थोड़ी सी हिम्मत और दे दे मौला
थोड़ा सा दर्द और सह लूँ मैं
मैं ख़ुद के लिऐ नहीं बना
यह पहले से था पता
बस कुछ पलों के लिऐ
ख़ुद को चाहने की कर दी ख़ता
अब कभी न पूछूँगा मैं
तुझसे ख़ुशियों का पता
थोड़ी सी हिम्मत और दे दे मौला
थोड़ा सा दर्द और सह लूँ मैं
अगर जहाँ में कभी दिलो में जगह मैं बना सका
करना इनायत तू इतनी लम्हों को जो न मै जी सका
देना उन्हें ख़ुशियों के वो पल , जिनकी दुआओं में मेरा नाम था
कर सकूँ पूरा मैं उनके सपने , मेरा बस यही जहाँ में काम था
थोड़ी सी हिम्मत और दे दे मौला
थोड़ा सा दर्द और सह लूँ मैं