STORYMIRROR

सत्य के कितने कोण

सत्य के कितने कोण

1 min
25.1K


 

यक़ीन से कैसे कह सकते हो
कि सत्य की अगर कोई आकृति होगी
तो त्रिकोणीय ही होगी
चतुष्कोणीय
या बहुकोणीय नहीं?
यक़ीन से कहना तो
यही कहना
मगर यही कहना भी
कहीं असत्य न सिद्ध हो जाऐ
कि ऐसी कोई आकृति तो होती नहीं
जो अनन्तकोणीय हो
तुम्हारे ईश्वर की तरह!
तो सत्य की आकृति के बारे में
यक़ीन से कहना तो यही कहना
वरना कौन जाने
वह स्वयं को एककोणीय ही सिद्ध करे!
और रंग?
तुम्हारा मतलब है नस्ल?
मतलब कि सत्य की आकृति का
काॅप्लैक्शन कैसा होगा?
और कैसी होगी नस्ल?
आख़िर तुम यक़ीन से कैसे कह सकते हो
कि वह
सरस्वती के वाहन के रंग का ही होगा-
और उसके वाद्य से झंकृत
सुरों के रंग का नहीं?
क्यों वह
समय-समय पर और
सोच-समझकर बोले गऐ
श्रीकृष्ण के श्याम झूठ के रंग का नहीं होगा
जिसकी काली कमली पर
नहीं चढ़ता दूजा कोई रंग!
और सत्य की नस्लें कितनी होंगी?
एक-दो
दस-बीस,
सौ
या हज़ार
या फिर अनगिनती?
सोच-समझकर बोलना
पर यकीन से मत बोलना
और सत्य क्या कोई परिन्दा है
जो बोलते ही
आसमान में उड़ जाऐगा?
या है जल
जो झूठ के माइनस डिग्री टैम्प्रेचर से
जमकर बन जाऐगा बर्फ?
बूझना मगर सोच-समझकर
कि सत्य बहती नदी है
कि सुस्थिर पहाड़
आसमान की ओर सिर उठाता
यक़ीन से बूझना
मगर पूरे यक़ीन से भी नहीं!

 


Rate this content
Log in