समंदर - मीठी यादो की
समंदर - मीठी यादो की
हमारी दोस्त हैं प्यारी , हो तुम सब से गुणकारी।
टांग खींची साथ में हम ने सबकी कॉलेज में , मस्ती हम करके डांट लगवाते थे आगे वालो को ।
रहता हैं तेरे पास हर सवाल का जवाब , जैसे गूगल हो या विकिपीडिया हमारी ।
समझती हो तुम मेरी हर बात बिना कहे , क्या हो तुम कोई अंतर्यामी ।
रहती हो तुम करने मदद मेरी हमेशा , नहीं करती हो फरक किसी में भी ।
बहाने बनाती हो तुम अपनी दोस्ती के लिए , यह ही हमारी दोस्ती को सबसे अलग बनाती ।
होते हैं हमारे विचार हमेशा सेम , मेमोरी के लिए करके रखूंगी हमारे फोटो को फ्रेम ।
बात करने के लिए नहीं चाहिए कोई विषय , हमारा कॉलेज बना हमारे दोस्ती का आश्रय ।
साथ में जाते थे कॉलेज , लास्ट बेंच पर बैठना था हमारा प्रिविलेज.
प्यारी हैं तुझे बी टी एस की आर्मी, कभी नहीं छोड़ना तुम टांग खींचना मेरी ।
हमारे सीक्रेट्स एक दूसरे को बताते हैं, बैंक के तिजोरी से ज़्यादा विश्वास रकते हैं ।
हम दोनों कॉलेज में बैठे थे गीली छत के नीचे, फिर भी हमारी दोस्ती नहीं थी किसी से पीछे ।
बन के रहना दोस्त मेरी, वादा करती हु ऐसे ही दोस्ती निभाऊंगी ।
