शहीदों बदला चुकाएंगे हम
शहीदों बदला चुकाएंगे हम


अनंतनाग में हुये शहीदों बदला चुकाएंगे हम,
बदला एक एक खून का कतरा बहाएंगे हम।
अपनी बर्बादियों से बौखलाहट की आहट,
कर नेस्तनाबूद आतंक कश्मीर बसायेंगे हम।
चाल चल नहीं रही दाल गल नहीं रही,
उनकी ही चाल उनको अब फसाएंगे हम।
जनाजा आतंक भारत अब उठने वाला है,
उनके ही कंधे जनाजा उनका उठाएंगे हम।
छिपकर वार चूहा बिल्ली खेल अब बंद करो,
उतारकर नकाब गद्दारो सामने लाएँगे हम।
हम दीवाने अपनी मिट्टी, धरती तिरंगे का,
मिटाकर आतंक मिट्टी तिलक लगाएंगे हम।
टकराना हिन्द भुजाओ से कोई आसान नहीं,
वास्ते हिन्द वतन हद से गुजर जाएंगे हम।
है ये आखिरी चेतावनी सम्भल जाओ तुम,
जर्रा जर्रा बिखेर हस्ती तेरी मिटायेंगे हम।