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jagjit singh

Others

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jagjit singh

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साया

साया

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इतना भी संवेदनशील ना बन मनवा ।

अक्सर अपने साये से भी डरने लगो। 


इस नाव में छेद है।


न समझना ....अरे....

सबकी बात छोड़ ।


नाव एक रोज डूबेगा। 

तब तक जीने का प्रयास तो कर। 


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