Pawanesh Thakurathi
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रंगोली है मेरा नाम
घर सजाना मेरा काम,
रंगों से मैं सजी हुई
फूलों से मैं घिरी हुई,
हर जन कहता इसे बनाऊं
हर किसी को मैं हरषाऊँ।
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