रिम झिम सावन
रिम झिम सावन
आया सावन झूम के
मेघ बरसता है सावन में
आशा विश्वास लिये
उमड़ घुमड़ बदरा आवे
जीया डरावे कहीं बरसे कहीं
बिजली गिरावे कहीं
जिया तरसावे आया सावन झूम के
मिट्टी का प्यास लिए।।
पवन का शोर रिम झिम
कहीं घनघोर बरसे
कहीं उदासी कहीं ख़ुशी आया
सावन झूम अरमानों का
अभिमान लिए।।
आया सावन झूम के
डाली डाली पर झूला
कजरी का राग रंगीला
राधा संग कांधा झूले झूला
कच्चे धागे का बंधन
भाई बहन का प्यार
आशीर्वाद दुलार लिये।।
हरियाली की खुशहाली
अतिसय की बारिश की
बाढ़ डूबते आरजू के आसमान
आँखों में रश्क के अश्क
दुश्वारियों का दर्द
आया सावन झूम के
ग़म का शोला सैलाब लिये।।
आया सावन झूम के
डूब गयी किसान की उम्मीदें
ध्वस्त हो गया आशियाना
जिंदगी बेहाल मदद के
हाथ की तलाश
खोजता रोटी दाल
बच्चे भूख से बेहाल।
छूटा घर बार तम्बू
नाव बिलखते जिंदगी
के ठौर ठाँव लिए।।
आया सावन झूम के
गोरी का इन्तज़ार
सावन में सुहाग की मेंहदी
का रंग सुर्ख लाल पिया
के प्यार का परवान
लाखों का सावन चला जाए
पिया नहीं आये
दो टके की आमदनी
में पिया जिया को बिसराय
सावन यौवन की आग लिये।।
आया सावन झूम के
दुनिया नाचे ख़ुशी के पाँव
विरहिन विरह की वेदना
आँखों से सावन वर्षा जाय
पहला सावन ना हाथ की
मेंहदी सुखी ना बिता मधुमास
सुनी हो गयी मांग सुहागिन
शहीद बेवा
सावन की रिमझिम बौछार
लगे चिंगारी आग
आया सावन झूम के जन्म
जन्म का इंतज़ार लिये।।
आया सावन झूम के
पवन का शोर नाचे मोर
सजनी का चित चोर
कजरी झूला हरियाली खुशहाली
मधुबन में राधा कान्हा का सावन
स्वर्ग से सुन्दर अवनि का आभास
लिये।।
भय भयंकर बाढ़ व्याधि
विभीषिका सब कुछ खो
जाने का दंश बिछड़ गए
उनकी यादों की पीड़ा संग
दाने दाने को लाले खड़े
धरती पर देखते आसमान हाथ
पसारे
कोसते भाग्य भगवान
आया सावन झूम के बर्बादी
का मंजर मेहमान लिये।।
सावन का बदरा बुँदे
घटाए सबके लिये प्यार
ख़ुशी की सौगाते लाये
जैसी जिसकी किस्मत
वैसा सावन की बूंदों से पाये
आया सावन झूम के
लाया सावन उपहार सौगात लिये
की रिम झिम फुहार बौछार
बिजली वर्षा लिये।।
