रामराज्य
रामराज्य
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दस जून का दिन बड़ा खास ,
आज सूर्य बना चन्द्रमा का ग्रास ,
इस साल का पहला सूर्य ग्रहण ,
प्यारी डायरी लाया मन में वहम |
कम समय के अंतराल पर पड़ने वाला ,
पन्द्रह दिनों में लगा ये दूसरा ग्रहण ,
पहले ही कोरोना से सब जन दुखी हैं ,
अब कहीं इसका प्रकोप ना भिगो दे नैन |
प्रभु को जपना सबने अब छोड़ दिया ,
तभी विपदाओं के पहाड़ का बोझ ओढ़ लिया ,
दोपहर मैने तन और मन से भक्ति की ,
सभी प्राणियों के लिए शक्ति एकत्रित की |
रात बिस्तर पर भी अपने इष्ट को याद किया ,
उस कल्याणकारी के नाम का जाप किया ,
सब लोग मिलकर यदि उसका नाम पुकारेंगे ,
तो फिर से इस सृष्टि पर रामराज्य उतारेंगे ||