पर्यावरण
पर्यावरण
तुम मुझे बुलाते हो
मैं कैसे आऊँ.?
मैं तो बस एक
साया हूँ....
समतल से धरातल
कि औऱ अपनी दूरी
बना लेता हूँ.,,,,,
तुम मुझे बुलाते हो
मैं कैसे आऊँ.?
मैं तो एक पेड़ हूँ....
गर में न हूँगा तो
फ़िर तुम्हें छाया कौन
देगा तुम्हें हवा पानी
धूप में छांव कौन देगा.,,
तुम मुझे बुलाते हो
मैं कैसे आऊँ.?
मैं न होऊँगा तो फिर
तुम्हें हवा,पानी, धूप,
छांव,कोई न देगा,
गर मैं न रहा तो तुम
भी न रहोगे.,,
तुम मुझे बुलाते हो
मैं कैसे आऊँ.?
मैं एक हवा हूँ....
तुम पेड़ लगाओ
मुझे बचाओ पर्यावरण
कि रक्षा करो मैं आऊँ
तुम्हारे पास मैं।।
