STORYMIRROR

Deepali Mathane

Others

2  

Deepali Mathane

Others

प्रेम का दिया

प्रेम का दिया

1 min
176

कान्हा तुम्हें पा लिया मैनें 

एक प्रेम का दिया जलाए

सांझ-सवेरे मोहन मेरे 

मुझे भक्ती रस में भिगाए

मोहित तेरी छवी मुरलीधर 

मयूरपंख मस्तक पर सजाए

तेरे-मेरे प्रेम का दीप संजोयें 

देखो कुछ तुफ़ानों के साए।


Rate this content
Log in