STORYMIRROR
फाल्गुन
फाल्गुन
फाल्गुन
फाल्गुन
आयो आयो रे
मनभावन फाल्गुन
कृष्ण के मिलन की
गोपियों के जलन की,
राधा के प्रेम की
प्रेयसी के हर सपन की,
बूढ़े बच्चे सब की उमंग की
सजनी के सजन की,
आयो है आज त्यौहार रे
आयो आयो रे,
मनभावन फाल्गुन।
More hindi poem from Shubham Pandey gagan
Download StoryMirror App