रास्ते की ठोकरों ने, इतना तो तज़ुर्बा, दे ही दिया है मुझे...! रास्ते की ठोकरों ने, इतना तो तज़ुर्बा, दे ही दिया है मुझे...!
मुझे अपने गंजेपन का नहीं बल्कि दुनिया के तानों का करना है सामना। मुझे अपने गंजेपन का नहीं बल्कि दुनिया के तानों का करना है सामना।
जीत की ख़ुशी देखकर जलने वाला भी वही था। जीत की ख़ुशी देखकर जलने वाला भी वही था।
मूक बने क्यों बैठे हो? अपनी तन्द्रा तो खोल।। हे!विद्वतजन कुछ तो। मूक बने क्यों बैठे हो? अपनी तन्द्रा तो खोल।। हे!विद्वत...