Shalini Pal
Others
दुनिया की इस भीड़ में मुझको तो पहचाने कौन
ना सूरत ना मूरत हैं, सीरत मेरी देखे कौन।
व्यस्त बहुत हैं लोग यहाँ, मतलब के रिश्ते निभाने में,
बिन मतलब के रिश्तों के लिये यहाँ वक़्त निकाले कौन।
मुस्कुराहट
भाग्य
मुझको तो पहचा...
मैं रुकती नही...
मैं खुलकर नि...
मेरी बेटी