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monika kakodia

Others

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monika kakodia

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माँ

माँ

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मांए री मोहे पास बिठा री

मांए री मोहे लाडो बुला री

ये जग मोहे रास ना आवे

मांए री मोहे आँचल छिपा री


उंगली पकड़ तूने चलना सिखाया

पग पग के कंकड़ को दिखलाया

राहें नयी भी कैसे हैं बनानी

मांए री मोहे तूने ही सिखलाया

आगे गहरा तमस है छाया

मांए री अपना हाथ बढ़ा री

मांए री मोहे राह सुझा री

ये जग मोहे रास ना आवे

मांए री मोहे आँचल छिपा री


मैंने तेरा रूप सजाया

तेरा सब श्रृंगार लगाया

तेरे दुप्पट्टे से बाँध के साड़ी

बन गई मांए मैं तेरी छाया

खाएं मोहे अब दुनिया की आँखें

मांए री मोहे इनसे बचा री

मांए री मोहे काजल लगा री

ये जग मोहे रास ना आवे

मांए री मोहे आँचल छिपा री



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