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Pawanesh Thakurathi

Children Stories

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Pawanesh Thakurathi

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लौकी दीदी की बारात

लौकी दीदी की बारात

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भिंडी, तुरई कर रहे बात

लौकी दीदी की है बारात।


दूल्हे बने कद्दू राजा

आये हैं लौकी के घर

लौकी बेचारी छुप जाती

लजा-लजा और शरमाकर।


बैंगन, टमाटर, आलू

बने बराती आये हैं

कटहल शलजम के ढोल नगाड़े

आज सभी को भाये हैं।


नाच रही है देखो

मूली नर्तकी ठुमक-ठुमक

मटर की फलियाँ भी

गा रही हैं देखो हुमक-हुमक।


प्याज बना हलवाई

पका रहा है हलुवा

शकलकंद और गाजर भी

दिखा रहे हैं जलवा।


मिर्च बिचारी खड़ी-ख़डी

शरमा रही है देखो

खाना परोसने में भी

घबरा रही है देखो।


गोभी के हँस-हँसकर 

आने लगे हैं आंसू

राई पालक दोनों

काम कर रहे धांसू।


भिंडी, तुरई कर रहे बात

लौकी दीदी की है बारात।


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