क्या वो अपनी नही
क्या वो अपनी नही
लड़की होती है पराई ,क्या वो अपनी नहीं?
जब औरत होती एक माँ या होती एक पत्नी,
होती वो घर की अपनी
जब वो बनती है बेटी तो हो जाती है पराई,
क्यों बेटी को अपना नहीं माना जाता
क्या वो अपनी नहीं?
जब लड़की बनती है सहारा तो कहते हैं बेटों जैसे काम किया,
क्यों यह नहीं कहा जाता कि मेरी बेटी मेरा सहारा है,
मेरी बेटी मेरा वंश चलाएगी।
यह क्यूं कहा जाता है लड़की होती है पराई,क्या वो अपनी नहीं?
क्यूं हम भेद भाव करते हैं बेटी भी तो अपनी होती है।
क्यूं हम उसे पानी में मार देते हैं,
क्यूं हम उसे अपनी नहीं कहते,
क्यूं है लड़की पराई,क्या वो अपनी नहीं ?