कलम तो कलम है
कलम तो कलम है
कलम तो कलम है
कलम तो कलम है मत उसमें तुम भेद करो
खाते भोजन जिस थाली में उसमें मत छेद करो।
एक कलम ने लिखि रामायण दूजी ने महाभारत
दोनों पवित्र ग्रंथ हमारे झुकता जिनके आगे भारत।
एक कलम ने लिखा संविधान दूजी ने नियम बनाए
दोनों से ही लेकर सीख भारत का ध्वज लहराए।
एक कलम बरी करती दूजी फाँसी चढ़ाए
दोनों ही वतन की खातिर अपने कदम बढ़ाए।
एक कलम देती प्रेरणा दूजी मखौल उड़ाती
दोनों के विवाद से छिपी सच्चाई सामने आती।
कलम बिन जीवन का है नहीं कोई योग
हाथ थामों कलम का समझो उसका उपयोग।
