कहाँ गया वो जमाना?
कहाँ गया वो जमाना?


यूँ तो वहां ख़ुशियों का खज़ाना है
लोग बुलाते प्यार से उसे पुराना जमाना है
मुझे अपनी जिंदगी की सारी ख़ुशियाँ वापस लाना है
मुझे वापस उसी ज़माने में जाना है !
हाँ! वही जमाना जब हम पापा की डांट से डरते थे
वही जमाना जब घर के सारे भाई
एक साथ बैठा करते थे !
अरे वही जमाना जब हम मोबाइल के लिए नहीं
कंचों के लिए रूठा करते थे
तब लोगो को नहीं पतंगों को लूटा करते थे !
वही जमाना जब हम शक्तिमान में ही मस्त थे
व्हाट्सअप और फेसबुक में नहीं
हम सांप - सीढ़ी में ही व्यस्त थे!
वो जमाना जब लोग, लोग से नहीं
पटाखों से जलते थे
गरीबी में भी हर बच्चे के खुद के नाव चलते थे!
क्या था वो जमाना जब बिना शिकायत के
नंगे पैर स्कूल चल दिया करते थे
पापा के दुखी चेहरे को देख
अपनी मांग बदल लिया करते थे !
पता ही नहीं चला वो जमाना कब गया
शायद तरक्की के ढेर में कही दब गया !
इस नए ज़माने ने मुझसे बहुत कुछ छीना है
कही दिखे पुराना जमाना
तो बताना मुझे
मुझे वापस उसी ज़माने में जीना है !